International Plastic Bag Free Day: जानें क्यों मनाया जाता है प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस? भारत में भी लगा बैन

हर साल 3 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस (International Plastic Bag Free Day) मनाया जाता है.

ताकि प्लास्टिक प्रदूषण (plastic pollution) और प्राकृतिक पर्यावरण (the natural environment) पर इसके हानिकारक प्रभाव को रोका जा सके.

इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने 1 जुलाई, 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन (Single Use Plastic Ban) लगा दिया है.

International Plastic Bag Free Day: यह तो आप सभी लोग जानते हैं कि हर साल 3 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस (International Plastic Bag Free Day) मनाया जाता है.

आज के दिन का खास उद्देश्य है प्लास्टिक प्रदूषण (plastic pollution) और प्राकृतिक पर्यावरण (the natural environment) पर इसके हानिकारक प्रभाव को रोकना है.

क्योंकि आप सभी लोग जानते हैं कि प्लास्टिक पर्यावरण को बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुंचाती है और 1 प्लास्टिक बैग को नष्ट होने में 100 से 500 साल का वक्त लगता हैं.

कब हुई इसकी शुरुआत? बता दें कि अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस की शुरूआत वेस्ट यूरोप (West Europe) में साल 2009 में हुई थी और यह एक वैश्विक पहल है,

जिसका केवल एक की मक्सद है प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को रोकना. इतना ही नहीं यह दिवस प्लास्टिक और डिस्पोजल बेचने वाले लोगों में जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

इसी के साथ प्लास्टिक की थैलियों के बजाय कागज या कपड़े की थैलियों का इस्तेमाल करके पर्यावरण को अनुकूल बना सकते हैं.

सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगा बैन आपको बता दें कि देशभर में 1 जुलाई, 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन (Single Use Plastic Ban) लगा दिया गया है.

केंद्र सरकार ने कुल मिलाकर 19 वस्तुओं पर बैन लगाया है. इन वस्तुओं में प्लास्टिक कैरी बैग, प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स, प्लास्टिक के झंडे

गुब्बारों की स्टिक, कैंडी स्टिक या आइसक्रीम स्टिक, प्लास्टिक की प्लेट-कटोरी, प्लास्टिक के गिलास, प्लास्टिक के चम्मच-कांटे-बर्थडे नाइफ, प्लास्टिक स्ट्रॉ जैसी चीजों को शामिल किया गया हैं.