CBSE 10th-12th Result 2022: ग्रेडिंग सिस्टम क्या होता है, जिससे बनता है CBSE का रिजल्ट, सब A To Z समझिए  इस स्टोरी में

पिछले 2 सालों से कोरोना महामारी के चलते इस बार सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं दोनों ही क्लास की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन दो सत्र टर्म-1 और टर्म-2 में कराया।

टर्म-1 की परीक्षा नवंबर और दिसंबर, 2021 में आयोजित किया गया था , और टर्म-2 परीक्षा का आयोजन इसी साल 26 अप्रैल से 15 जून  बीच तक हुआ था ।

करियर डेस्क :केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 10वीं ,12वीं के रिजल्ट में लेट होने  के चलते लाखों छात्रों का इंतजार बढ़ गया है। 4 जुलाई 2022 को हाईस्कूल के नतीजे आना वाला था लेकिन जारी नहीं हुआ ,

अब तक रिजल्ट (CBSE 10th-12th Result 2022) जारी होने को लेकर किसी भी तरह की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। रिजल्ट में लेट होने के बीच आपको बता दें.

कि इस बार बोर्ड 9 पॉइंट स्केल ग्रेडिंग सिस्टम पर रिजल्ट जारी करेगा। क्या आप जानते हैं कि ग्रेडिंग सिस्टम क्या होती है, जिससे तैयार होता है सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट?

यह कैसे कैलकुलेट होता है और किस तरह  से प्रतिशत निकाला जा सकता है? आइए आपको समझने की क़ोशिश करते है ,A To Z सबकुछ आपको यहाँ बताते है।

ग्रेडिंग सिस्टम को समझिए ग्रेडिंग सिस्टम एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें रिजल्ट प्रतिशत नहीं बल्कि ग्रेड के रूप में होती है। हालांकि ग्रेड को प्रतिशत में बदलना कठिन हो सकता है आपको ।

आसान तरीके से समझें तो मान लीजिए इस वर्ष कुल 1,000 स्टूडेंट्स ने CBSE की परीक्षा दी। जब रिजल्ट आया तो 800 विद्यार्थीयों ने पासकिये। अब जब मेरिट लिस्ट तैयार होगी।

तो 1/8 फार्मूला लागू होगी । यानी जो 800 विद्यार्थियों जो पास हुए हैं, उनमें से पहले 100 विद्यार्थी को ए-1 ग्रेड मिलेगा। अब जो 700 विद्यार्थी बच गए हैं,

उन पर फिर से 1/8 का फॉर्मूला लगाया जाएगा और लगभग 88 विद्यार्थीयों को ए-2 ग्रेड मिलेगा। अब जो 612 विद्यार्थी बचे हैं उनमें फिर वही फॉर्मूला लगेगा और 76 विद्यार्थीयों को बी-1 ग्रेड मिलेगा।

फिर आगे भी इसी तरह बचे हुए विद्यार्थीयों पर फॉर्मूले को लागू किया जाएगा और ग्रेडिंग बी-2 सी-1,सी-2,डी, ई दी जाएगी। हर ग्रेड का अलग पॉइंट होता है।

9 पॉइंट स्केल ग्रेडिंग सिस्टम पर आधारित होगा CBSE Result A-1,91 से 100 के बीच नंबर आने पर मिलता है।इसमें 10 ग्रेड पॉइंट मिलते हैं। A-2,81 से 90 के बीच नंबर आने पर मिलता है।इसमें 9 ग्रेड पॉइंट होता है।

B-1, 71 से 80 के बीच नंबर आने पर दिये जाते है। इसमें 8 ग्रेड पॉइंट होते हैं। B-2, 61 से 70 के बीच में नंबर पाने वाले को दिये जाते है। ग्रेड पॉइंट 7 होते हैं।

C-1, 51 से 60 के बीच नंबर आने पर मिलते है। 6 ग्रेड पॉइंट होते हैं। C-2, 40 से 50 के बीच नंबर होने पर दिये जाते है। 5 ग्रेड पॉइंट होते हैं।

D,   33 से 40 के बीच नंबर आने पर दिये जाते है। ग्रेड पॉइंट 4 मिलते हैं। E-1, 21 से 32 के बीच नंबर होने पर दिये जाते है। E-2, 00 से 20 के बीच नंबर होने पर ई-2 ग्रेड माने जाते है।

इस तरह निकालें  जाते है प्रतिशत और नंबर अगर किसी छात्र को अपना रिजल्ट ग्रेड की बजाय प्रतिशत और नंबर में निकालना है तो उसे CGPA (Cumulative Grade Points Average) स्कोर में 9.5 से गुणा करने पर जो आएगा,

वही आपके प्रतिशत होगे। जैसे मान लीजिए आपका CGPA स्कोर 7.8 है और आपको परसेंटेज निकालना है तो आप  7.8  को  9.5 से गुणा कर दीजिए तो जवाब आएगा 74.1 यानी आपका रिजल्ट 74.1 प्रतिशत होगा।