विद्यार्थी जीवन (Student Life) मानवीय गुणों को अंगीभूत और विकास करने का समय है विद्यार्थी जीवन मानवीय गुणों को अंगीभूत करने का काल है !विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का यह सुनहला समय है,छात्र-जीवन के बारें में रोचक जानकारी
विद्यार्थी जीवन (Student Life) मानवीय गुणों को अंगीभूत और विकास करने का समय है
अपने मातृभूमि की सेवा मिशन संस्थान में काइंड बिगस कुरुक्षेत्र की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में दो दिवसीय ग्रीष्मकालीन छात्र जिज्ञासा संवाद शिविर का आयोजन किया गया।
अपने मातृभूमि सेवा मिशन संस्थान में काइंड बिगस कुरुक्षेत्र की ओर से देश के आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में दो दिवसीय ग्रीष्मकालीन छात्र जिज्ञासा संवाद शिविर लगाया गया। जिसका शुभारंभ संस्थापक डा. प्रकाश मिश्र ने दीप जला कर किया गया।
डा. प्रकाश मिश्र साहब ने कहा कि विद्यार्थी जीवन किसी भी मनुष्य के जीवन का सबसे अच्छा और यादगार समय होता है। विद्यार्थियों को अपने विद्यार्थी जीवन काल/समय में अपनी उचित शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल कूद और व्यायाम पर पूर्ण रूप से ध्यान रहना चाहिए और उन्हें इस विद्यार्थी जीवन में बहुत ही परिश्रमी, अनुशासन और लग्न शील होनी चाहिए।
विद्यार्थी जीवन (Student Life) का महत्त्व
हर व्यक्ति को अपने अपने जीवन में सफल होने के लिए उचित शिक्षा प्राप्त करना बहुत ही जरुरी है। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों के लिए ग्रीष्मकालीन छात्र जिज्ञासा संवाद शिविर एक पर्यवेक्षित कार्यक्रम है, जो आम तौर पर बाल, युवा व किशोरों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। शिविर का एकमात्र उद्देश्य यह हैं कि विद्यार्थी अतिरिक्त पाठ्यचर्चा गतिविधियों में भाग ले और स्वयं को हर क्षेत्र में श्रेष्ठ साबित करने के लिए आगे बढ़ें।
शिविर में कौशल सिखने का मिलता अवसर
ग्रीष्मकालीन विद्यार्थी जिज्ञासा संवाद शिविर विद्यार्थियों में मनोरंजन करने के साथ-साथ नेतृत्व क्षमता, सामाजिक कार्यो में रूचि, निर्णय क्षमता सहित व्यक्ति विकास के साथ ही विभिन्न जीवन कौशल से छात्र को परिपूर्ण बनाते रहना है।
ऐसे ग्रीष्मकालीन छात्र जिज्ञासा संवाद शिविर से अपने ज्ञान को, चितन क्षमता को और आत्मविश्वास को और अधिक बढ़ाने का अवसर मिलता हैं। इस मौके पर काइंड बिगस के संयोजक राघव गर्ग, रिया, हिमांशु, विकास, गुरप्रीत सिंह, बाबू राम, सुरभि, जानह्वी, किरण, रितिका, आर्यन, गर्व, नमन और भी बहुत से लोग मौजूद थे । NCERT Solutions