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प्रकाश परावर्तन तथा अपवर्तन लघु उत्तरीय प्रश्न के इस सेशन में आप सभी विद्यार्थियों का स्वागत है, आज हम बात करेंगे इस पाठ से जुड़ी लघु उत्तरीय प्रश्नों के बारे में जिसमें पाठ के अंतर्गत आने वाले सभी सवालों को एक एक करके समझने का प्रयास करेंगे इसलिए आप इस ब्लॉग को पूरा पढ़े ताकि जो भी सवाल है उन सवालों का सही जवाब आपको मिल सके तो चलिए शुरू करते हैंl
prakash praravartan apvartan short question प्रकाश परावर्तन तथा अपवर्तन लघु उत्तरीय प्रश्न के उत्तर
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प्रश्न 1.प्रकाश किरण किसे कहते हैं ?
उत्तर-दीप्त वस्तु से प्रकाश निकलकर जिस रेखा पर गमन करता है उसी रेखा को प्रकाश की किरण कहते हैं।
प्रश्न 2.प्रकाश का परावर्तन किसे कहते हैं ?
उत्तर-किसी चिकने चमकीले सतह से प्रकाश की किरणों के टकरा कर वापस लौटने की घटना को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।
प्रश्न 3. प्रकाश के परावर्तन के नियमों को लिखें।
उत्तर-(i) आपतित किरण, परावर्तित किरण तथा आपतन बिन्दु पर डाला गया अभिलम्ब तीनों एक ही तल में होते हैं।
(ii) आपतन कोण, परावर्तन कोण के सदैव बराबर होता है।
प्रश्न 4. प्रकाश का विवर्तन क्या है?
उत्तर-यदि प्रकाश के पथ में रखी अपारदर्शी वस्तु अत्यंत छोटी हो तो प्रकाश सरल रेखा में चलने के बजाय इसके किनारों पर मुड़ने की प्रवृति दर्शाता है। इस प्रभाव को प्रकाश का विवर्तन कहते हैं।
प्रश्न 5. समतल दर्पण में प्रतिबिंब की विशेषताएँ को लिखें ?
उत्तर-(i) प्रतिबिंब सदैव आभासी तथा सीधा होता है।
(ii) प्रतिबिंब का आकार बिंब के आकार के बराबर होता है।
(ii) प्रतिबिंब दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है जितनी दूरी पर दर्पण के सामने बिंब रखा होता है।
(iv) प्रतिबिंब का पार्श्व परिवर्तित होता है।
प्रश्न 6. एक समतल दर्पण द्वारा उत्पन्न आवर्धन + 1 है। इसका क्या अर्थ है ?
उत्तर-m = 1 दर्शाता है कि समतल दर्पण में प्रतिबिंब बिंब के साइज के बराबर है। m का धनात्मक चिह्न दर्शाता है कि प्रतिबिंब आभासी तथा सीधा है।
प्रश्न 7. प्रतिबिंब से क्या समझते हैं ?
उत्तर-किसी बिन्दु स्रोत से निकली हुई प्रकाश की किरणें परावर्तन अथवा अपवर्तन के बाद जिस बिन्दु पर मिलती है या मिलती हुई प्रतीत होती है उसे प्रतिबिंब कहते हैं।
प्रश्न 8. वास्तविक प्रतिबिंब एवं आभासी प्रतिबिंब में अंतर बाताएं?
उत्तर- वास्तविक प्रतिबिंब एवं आभासी प्रतिबिंब में अंतर-
प्रश्न 9. गोलीय दर्पण किसे कहते हैं ?
उत्तर-जिस दर्पण का परावर्तक पृष्ठ गोलीय है, उसे गोलीय दर्पण कहा जाता हैं।
प्रश्न 10. अवतल दर्पण किसे कहते हैं ?
उत्तर-वह गोलीय दर्पण जिसका परावर्तक पृष्ठ अंदर की ओर अर्थात् गोले के केन्द्र की ओर धंसा रहता हो, उसे अवतल दर्पण कहते हैं।
प्रश्न 11. उत्तल दर्पण किसे कहते हैं ?
उत्तल दर्पणवह गोलीय दर्पण जिनका परावर्तक पृष्ठ बाहर की ओर निकला हुआ हो (उभरा हो), वैसे दर्पण को उत्तल दर्पण कहते हैं।
प्रश्न 12. अवतल दर्पण एवं उत्तल दर्पण में अंतर बाताएं?
उत्तर- अवतल दर्पण एवं उत्तल दर्पण में अंतर
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प्रकाश परावर्तन तथा अपवर्तन लघु उत्तरीय प्रश्न Ncert Solution Science class 10th
प्रश्न 13. ध्रुव किसे कहते हैं ?
उत्तर-गोलीय दर्पण के परावर्तक पृष्ठ के केन्द्र को दर्पण का ध्रुव कहते हैं।
प्रश्न 14. मुख्य अक्ष किसे कहते हैं ?
उत्तर-ध्रुव और वक्रता केन्द्र से होकर गुजरने या जाने वाली काल्पनिक रेखा को ही मुख्य अक्ष कहते है
प्रश्न 15. वक्रता केन्द्र एवं वक्रता त्रिज्या किसे कहते हैं ?
उत्तर-गोलीय दर्पण का परावर्तक पृष्ठ एक गोले का भाग है। इस गोले का केन्द्र ही गोलीय दर्पण का वक्रता केन्द्र कहलाता है। ध्रुव और वक्रता केन्द्र के बीच की दूरी को वक्रता त्रिज्या कहते हैं।
प्रश्न 16. अवतल दर्पण के मुख्य फोकस की परिभाषा लिखें।
उत्तर-मुख्य अक्ष के समांतर चलने वाली प्रकाश की किरणें परावर्तन के बाद जिस बिन्दु पर मिलती हैं या मिलती हुई प्रतीत होती हैं, मुख्य अक्ष के उस बिन्दु को मुख्य फोकस कहते हैं।
प्रश्न 17. अवतल दर्पण के दो उपयोग को लिखें।
उत्तर-(i) सोलर कूकर में,
(ii) मोटरकार के हेडलाइट में।
प्रश्न 18. उत्तल दर्पण के दो उपयोग लिखें।
उत्तर-(i) मोटर गाड़ियों में साइड मिरर के रूप में,
(ii) सड़कों पर स्थित बल्ब के ऊपर परावर्तक के रूप में किया जाता है ।
प्रश्न 19. किसी माध्यम के लिए आपतन कोण और अपवर्तन कोण के बीच संबंध लिखें।
उत्तर-आपतन कोण की ज्या (sine) तथा अपवर्तन कोण की ज्या (sine) का अनुपात स्थिर होता है।
अर्थात् sini/sinr == u (नियतांक)
प्रश्न 20. दर्पण की पहचान प्रतिबिंब देखकर किस प्रकार से की जाती है ?
उत्तर-समतल दर्पण- यदि दर्पण में बना प्रतिबिंब हमेशा सीधा, आकार में वस्तुबराबर है तो दर्पण समतल है।
अवतल दर्पण- यदि कोई वस्तु को धीरे-धीरे दर्पण की नजदीक ले जाने पर सीधा और बड़ा प्रतिबिंब बनता है, तो वह दर्पण अवतल होता है।
उत्तल दर्पण- यदि दर्पण के सामने की वस्तु की किसी भी स्थिति के लिए प्रतिबिंब हमेशा सीधा और छोटा बनता है तो दर्पण उत्तल है।
प्रकाश परावर्तन तथा अपवर्तन नोट्स
प्रश्न 21. निम्न स्थितियों में प्रयुक्त दर्पण का प्रकार बताएँ-
(i) किसी कार का अग्र-दीप (हैड-लाइट),
(ii) किसी वाहन का पार्श्व/पश्च-दृश्य दर्पण,
(iii) सौर भट्टी।
उत्तर-(i) अवतल दर्पण- अवतल दर्पण को वाहनों के अग्रदीपों में प्रकाश का शक्तिशाली समांतर किरण पुंज प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है।
(ii) उत्तल दर्पण- किसी वाहन का पार्श्व/पश्च दृश्य दर्पण में उत्तल दर्पण का उपयोग किया जाता है क्योंकि ये सदैव सीधा प्रतिबिंब बनाते हैं। इनका दृष्टि क्षेत्र भी बहुत अधिक है क्योंकि ये बाहर की ओर वक्रित होते हैं।
(iii) अवतल दर्पण- सौर भट्टियों में सूर्य के प्रकाश को केंद्रित करने के लिए बड़े अवतल दर्पणों का उपयोग लाया जाता है।
प्रश्न 22. सोलर कूकर में अवतल दर्पण का प्रयोग क्यों किया जाता है ?
उत्तर-अवतल दर्पण सूर्य से आनेवाली प्रकाश की समान्तर किरणों को तथा उन किरणों के साथ आने वाले ऊष्मीय विकिरण को अपने फोकस पर संसृत करता है। इसलिए सोलर कूकर में अवतल दर्पण का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 23. हम वाहनों में उत्तल दर्पण को पश्च-दृश्य दर्पण (Side Mirror) के रूप में उपयोग क्यों करते है ?
उत्तर-उत्तल दर्पण हमेशा किसी वस्तु का सीधा प्रतिबिंब बनाता है तथा इसका दृष्टि-क्षेत्र विस्तृत होता है। अतः उत्तल दर्पण ड्राइवर को अपने पीछे के बहुत बड़े क्षेत्र को देखने में समर्थ बनाता है। इसलिए उत्तल दर्पण का उपयोग साइड मिरर के रूप में किया जाता है।
प्रश्न 24. किसी माध्यम का अपवर्तनांक किन कारकों पर निर्भर करता है, लिखें।
उत्तर-(i) पदार्थ की प्रकृति, (ii) प्रकाश के रंग पर।
प्रश्न 25. प्रकाश का अपवर्तन क्या है ?
उत्तर-जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तब प्रकाश की दिशा में परिवर्तन को ‘प्रकाश का अपवर्तन’ कहते हैं।
प्रश्न 26. प्रकाश के अपवर्तन के नियमों को लिखें।
उत्तर-प्रकाश के अपवर्तन के दो नियम निम्नांकित हैं-
(i) आपतित किरण, अपवर्तित किरण तथा दोनों माध्यमों को पृथक करने वाले पृष्ठ के आपतन बिन्दु पर अभिलंब, सभी एक ही तल में होते हैं।
(ii) आपतन कोण की ज्या (Sine) तथा अपवर्तन कोण की ज्या (Sine) का अनुपात स्थिर होता है।
प्रश्न 27. अपवर्तन संबंधी स्नेल का नियम लिखें।
उत्तर-प्रकाश के किसी निश्चित रंग तथा निश्चित माध्यमों के युग्म के लिए आपतन कोण की ज्या (sine) तथा अपवर्तन
कोण की ज्या (sine) का अनुपात स्थिर होता है। अर्थात्
sini/sinr = u (स्थिरांक)
प्रश्न 28. अपवर्तन का कारण क्या है ?
उत्तर-अपवर्तन प्रकाश के एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे में प्रवेश करने पर प्रकाश की चाल में परिवर्तन के कारण होता है।
प्रश्न 29 आवर्धन से क्या समझते हैं ?
उत्तर-प्रतिबिंब की ऊँचाई और बिंब की ऊँचाई के अनुपात को आवर्धन कहते हैं।
आवर्धन =प्रतिबिंब की ऊँचाई/बिंब की ऊँचाई
prakash praravartan apvartan short question Answer
प्रश्न 30. अपवर्तनांक की परिभाषा लिखें।
उत्तर-किसी पारदर्शी माध्यम का अपवर्तनांक प्रकाश की निर्वात में चाल तथा प्रकाश की इस माध्यम में चाल का अनुपात होता है।
इसलिए n = निर्वात में प्रकाश की चाल/माध्यम में प्रकाश की चाल
प्रश्न 31. हीरे का अपवर्तनांक 2.42 है। इस कथन का क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-इसका अर्थ है कि वायु में प्रकाश का वेग तथा हीरे में प्रकाश के वेग का अनुपात 2.42 है।
प्रश्न 32. जल का अपवर्तनांक 1.33 है। इसका क्या अर्थ है ?
उत्तर-वायु में प्रकाश का वेग तथा जल में प्रकाश के वेग का अनुपात 1.33 है।
प्रश्न 33. वायु में गमन करती प्रकाश की एक किरण जल में तिरछी प्रवेश करती है। क्या प्रकाश किरण अभिलम्ब की ओर झुकेगी अथवा अभिलम्ब से दूर हटेगी ? बताएँ क्यों ?
उत्तर-किरण अभिलम्ब की ओर झुकेगी क्योंकि वायु विरल माध्यम है तथा जल सघन माध्यम है। जब कोई प्रकाश की किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करती है तो वह अभिलम्ब की ओर मुड़ जाती है।
प्रश्न 34. लेंस से क्या समझते हैं ?
उत्तर-दो सतहों से घिरा किसी पारदर्शी पदार्थ का एक टुकड़ा जिसका कम-से-कम एक सतह वक्रित हो, लेंस कहलाता है।
प्रश्न 35. उत्तल लेंस को अभिसारी तथा अवतल लेंस को अपसारी लेंस क्यों कहा जाता हैं?
उत्तर-उत्तल लेंस को अभिसारी लेंस इसलिए कहते हैं क्योंकि मुख्य अक्ष के समान्तर
चलने वाली प्रकाश की किरणें लेंस से अपवर्तन होने के बाद एक बिन्दु (फोकस) पर मिलती है। अवतल लेंस को अपसारी लेंस इसलिए कहते हैं क्योंकि लेंस से अपवर्तित होने के बाद प्रकाश की किरणें किसी बिन्दु से फैलती (अपसरित) हुई प्रतीत होती है
प्रश्न 36. किसी उत्तल लेंस का आधा भाग काले कागज से ढक दिया गया है। क्या यह लेंस किसी बिंब का पूरा प्रतिबिंब बना पाएगा?
उत्तर-हाँ, यह लेंस किसी बिंब का पूरा प्रतिबिंब बना पाएगा, परन्तु प्रतिबिंब की तीव्रता घट जाएगी क्योंकि किरणों की संख्या कम हो जाएगी।
प्रश्न 37. प्रकाशीय केन्द्र की परिभाषा दें।
उत्तर-लेंस का वह बिन्दु जिससे होकर जाने वाली प्रकाश की किरण बिना विचलन के अपवर्तित हो जाती है। लेंस का प्रकाशीय केन्द्र कहलाता है।
प्रश्न 38. लेंस की क्षमता से क्या समझते हैं ? इसका SI मात्रक लिखें।
उत्तर-लेंस की क्षमता उसकी फोकस-दूरी के व्युत्क्रम द्वारा व्यक्त किया जाता है और इसका SI मात्रक डाइऑप्टर (संकेत में D या m-1 ) होता है।
प्रश्न 49. किसी लेंस की 1 डाइऑप्टर क्षमता को परिभाषित करें।
उत्तर-1 डाइऑप्टर उस लेंस की क्षमता है जिसकी फोकस दूरी 1 मीटर हो।
प्रश्न 50. अवतल लेंस एवं उत्तल लेंस में अंतर बाताएं?
उत्तर- अवतल लेंस एवं उत्तल लेंस में अंतर-
उत्तल लेंस | अवतल लेंस |
उत्तल लेंस बनावट के आधार पर बीच से मोटा और दोनों किनारों से पतला होता है। | अवतल लेंस बनावट के आधार पर बीच में से पतला तथा किनारों से मोटा होता है. |
इसके माध्यम से अंग्रेजी अथवा हिंदी के अक्षर को देखने में अक्षर बड़े दिखाई देते हैं | इस लेंस के द्वारा देखने पर कोई भी अक्षर अपनी वास्तविक लम्बाई से छोटे दिखाई देता है. |
उत्तल लेंस का प्रयोग आँखों में दूरदृष्टि दोष के निवारण के लिए किया जाता है. | यह लेंस का प्रयोग आँखों में निकटदृष्टि दोष के निवारण के रूप में किया जाता है. |
उत्तल लेंस से गुजरने वाली प्रकाश की किरणों को उत्तल लेंस एक बिंदु पर केंद्रित कर देता है. | अवतल लेंस से गुजरने वाले प्रकाश को बिखेर देता है. |
उत्तल लेंस में किसी भी वस्तु का प्रतिबिम्ब वास्तविक, आभासी और उल्टा बनता है. | अवतल लेंस में वस्तु का प्रतिबिम्ब वास्तविक, आभासी तथा सीधा बनता है. |
यदि इस लेंस को बाई ओर हिलाया जाता है तो प्रतिबिंब दोनों तरफ गति करता है. | अवतल लेंस को यदि बाई तरफ हिलाया जाता है तो प्रतिबिंब भी बाई तरफ गति कर करता है. |
उत्तल लेंस की फोकस दूरी हमेशा धनात्मक होती है. | अवतल लेंस की फोकस दूरी हमेशा ऋणात्मक होती हैं। |
51 . परावर्तन और अपवर्तन में अंतर लिखें ?
उत्तर-परावर्तन और अपवर्तन में अंतर
प्रकाश का परावर्तन (Reflection) | प्रकाश का अपवर्तन (Refraction) |
1. परावर्तन में प्रकाश की किरण चिकने सतह से टकराने के बाद उसी माध्यम में लौट जाती है। | 1. अपवर्तन में प्रकाश की किरण एक माध्यम से दुसरे माध्यम में जाती है तो अपने वास्तविक पथ से विचलित हो जाती है। |
2. परावर्तन की घटना सामान्यतः चिकने सतहों (दर्पण) में होता है। | 2. अपवर्तन की घटना लेन्स में देखा जाता है। |
3. परावर्तन की घटना एक ही माध्यम में संपन्न होता है। | 3. अपवर्तन की घटना दो माध्यमों (सघन और विरल) के मध्य होता है। |
4. इसमे आपतन कोण परावर्तन कोण के बराबर होता है। | 4. इसमे आपतन कोण अपवर्तन कोण के बराबर नहीं होता है। |
5. परावर्तन के दो प्रकार होते हैं, नियमित परावर्तन तथा अनियमित परावर्तन । | 5. अपवर्तन का कोई प्रकार नहीं होता है। |
6. परावर्तन की घटना परावर्तक सतह पर निर्भर करती है। | 6. अपवर्तन की घटना दोनों माध्यमों के घनत्व पर निर्भर करता है। |
7. यह घटना दर्पणों में देखी जा सकती है। | 7. यह घटना लेंस में देखी जा सकती है। |
8. परावर्तन में प्रकाश की चाल में कोई परिवर्तन होता है। | 8. अपवर्तन में प्रकाश की चाल एक माध्यम से दुसरे माध्यम में जाने पर बदल जाती है। |
9. परावर्तन उदाहरण:- दर्पण द्वारा परावर्तित प्रकाश | 9. अपवर्तन उदाहरण:- तारों का टिमटिमाना |
52 . दर्पण के उपयोग लिखें?
उत्तर- (i)दर्पण का उपयोग हम अपने चेहरे देखने के लिए करते हैं जो समतल दर्पण होता है
(ii) दर्पण का उपयोग गाड़ी के साइड मिरर के रूप में भी किया जाता है जिसे ड्राइवर पीछे आने वाले गाड़ियों एवं वस्तुओं को देखता है
(iii) प्रकाशीय यंत्रों दूरदर्शी सूक्ष्मदर्शी आदि में भी इनका प्रयोग किया जाता है
(iv) दर्पण का उपयोग प्रकाश को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ले जाने के लिए किया जाता है