पहनावे का सामाजिक इतिहास पाठ 8 Ncert Solution For Class 9th के इस ब्लॉग पोस्ट में आप सभी विद्यार्थियों का स्वागत है, इस पोस्ट के माध्यम से पाठ से जुड़ी वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं अति लघु उत्तरीय प्रश्न के उत्तर आपको विस्तार से पढ़ने को मिलेगा, यदि आप किस ब्लॉग पोस्ट को पहली बार पढ़ रहे हैं, तो इसे पूरा पढ़ें क्योंकि इस पोस्ट के अंदर उन्हीं प्रश्नों को खबर किया गया है जो पिछले कई परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं, और उम्मीद है आने वाले परीक्षाओं में भी इस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं |
पहनावे का सामाजिक इतिहास पाठ 8 वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं अति लघु उत्तरीय प्रश्न
सही विकल्प का चयन करें-
1 सौ कुलोत का शाब्दिक अर्थ था-
(a) बिना घुटन्ने वाले.
(b) बिना रिबन वाले.
(c) बिना कसाकट वाले.
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(a)
2 फर की एक किस्म को कहा जाता है-
(a) मखमल.
(b) तसर,
(c) एमाइन,
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(c)
3 एक तरफ करके पहनी जाने वाली टोपी को कहते हैं-
(a) कोंकेड
(b) कुलॉत.
(c) कुलक
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(a)
4 उन्नीसवीं सदी का एक धर्म सुधार आंदोलन था-
(a) आर्य समाज,
(b) ब्रह्म समाज,
(c) दलित समाज.
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(b)
5 गाउन के नीचे पहनने वाले वस्त्र को कहते हैं-
(a) कॉकेड.
(b) कॉर्सेट,
(c) कुलक
(d) कुलौत।
उत्तर-(b)
6 किस व्यक्ति ने खादी का प्रयोग ब्रिटिश राज के खिलाफ प्रतीकात्मक लड़ाई के रूप में किया?
(a) लोकमान्य गंगाधर तिलक,
(b) वल्लभ भाई पटेल,
(c) महात्मा गाँधी.
(d) पंडित जवाहरलाल नेहरू।
उत्तर-(c)
7 भारत में स्वदेशी आंदोलन कब हुआ?
(a) 1903,
(b) 1904,
(C) 1905
(d) 1906
उत्तर-(c)
8 लोगों की पहचान किससे होती है?
(a) भाषा से
(b) संस्कृति से.
(c) पोषाक से.
(d) कोई नहीं।
उत्तर-(c)
9 सबसे पहले पश्चिम ढंग के कपड़ों को अपनाने वाले कौन-से भारतीय थे ?
(a) पारसी.
(b) सिख,
(c) बंगाली.
(d) ईसाई।
उत्तर-(a)
पहनावे का सामाजिक इतिहास पाठ 8 अति लघु उत्तरीय प्रश्न के उत्तर
पहनावे का सामाजिक इतिहास NCERT Solution For Class 9th
1 लोगों की पहचान की परिभाषा दें।
उत्तर-समाज के कुछ नियम होते है जिनके अनुसार व्यक्ति, महिला तथा बच्चे अपने वस्त्र पहनते है अथवा सामाजिक वर्ग अथवा समूह अपने को प्रस्तुत करते हैं। यही लोगों की पहचान है। ड्रेस नियम के आधार पर ही अपने आपको दिखाना चाहते हैं तथा दूसरों को देखना चाहते है। इन्हीं नियमों ने हमारे विचार बनाये।
2 किन परिवर्तनों ने अंग्रेजों को अपनी परम्परागत पोशाक में परिवर्तन करने को उकसाया ?
उत्तर-निम्नांकित परिवर्तनों ने अंग्रेजों को अपनी परम्परागत पोशाक में परिवर्तन को उकसाया-
(क) नया सामान और नई तकनीक।
(ख) दो विश्वयुद्धों का प्रभाव।
(ग) महिलाओं के काम करने की नई परिस्थितियाँ।
3 18वीं शताब्दी से पहले यूरोप में लोगों के कपड़े किन माप-दंडों को लेकर तय दिये जाते थे?
उत्तर-18वीं शताब्दी से पहले यूरोप में पहनावें की शैलियों सामाजिक हैसियत से तय होती थीं। पोशाक से ही पता चल जाता था कि आप किस वर्ग के हैं, मर्द है या औरत।
4 सी कुलौत्स का क्या अर्थ है ?
उत्तर-यह फ्रांसीसी भाषा का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है बिना घुटने वाले। जैकोबिन क्लब के सदस्यों ने यह नाम अपना लिया ताकि ये वे अपने-आपको कुलीन वर्ग से अलग रख सके जो घुटने तक वस्त्र पहनते थे।
5 फ्रांसीसी लोगों के तीन लोकप्रिय रंग कौन-से थे?
उत्तर-नीला, सफेद और लाल जो कि फ्रांसीसी तिरंगे के रंग थे।
6 कॉर्सेट से क्या तात्पर्य है?
उत्तर-यह गाउन के नीचे शरीर को कसने वाली पोशाक थी जो फ्रांसीसी महिलाएँ इसलिए पहनती थी ताकि वे पतली कमर वाली नजर आयें।
7 19वीं शताब्दी में अंग्रेज महिलाओं ने तंग वस्त्र (जैसे कॉर्सेट) पहनने का क्यों विरोध किया ?
उत्तर-क्योंकि वे जान गई थी कि तंग वस्त्र पहनने से युवतियों में कैसी-कैसी बीमारियाँ और विपरूपताएँ आ जाती है।
8 लम्बे स्कर्ट (घाघरा, लहँगा आदि) के विरुद्ध क्यों आंदोलन चला?
उत्तर-क्योंकि यह कहा जाने लगा कि इससे एक तो काम करना कठिन हो जाता है और दूसरे ऐसे लम्बे कपड़े अपने साथ फर्श का कूड़ा बटोरते हुए चले जाते है।
पहनावे का सामाजिक इतिहास NCERT Solution Notes
9 कब इंग्लैंड में लम्बे और शरीर को कस कर रखने वाले वस्त्रों का पहनावा छोड़ दिया गया ?
उत्तर-1870 के दशक में।
10 कौन-से भारतीय लोग थे जिन्होंने सबसे पहले पश्चिम ढंग के कपड़ों को अपनाया?
उत्तर-पारसियों ने क्योंकि ये ही सबसे पहले अंग्रेजों से मुल-मिल गए थे।
11 कुछ भारतीयों ने पश्चिमी और भारतीय ढंग की पोशाक की आपसी उलझन को कैसे हल किया?
उत्तर-उन्होंने दफ्तर जाते समय तो पश्चिमी कपड़े पहनना शुरू कर दिया परन्तु घर में आकर उन्होंने भारतीय कपड़े पहनना शुरू रखा।
12 किन दो पोशाकों ने भारतीयों और अंग्रेजों में मतभेद और उलझने पैदा कर दी?
उत्तर-पहले तो सिर पर पहनने वाली पगड़ी और टोप ने उलझन पैदा कर दी और दूसरे जूतों के प्रयोग ने।
13 पगड़ी और हैट के प्रयोग ने कैसे गलतफहमी पैदा की?
उत्तर-अंग्रेजों के लिये हैट केवल सिर को गर्मी से बचाने का साधन था। परन्तु भारतीयों के लिये पगड़ी धूप से सिर को बचाने के साथ-साथ सम्मान का भी प्रतीक थी।
किसी बड़े का आदर करने के लिये अंग्रेज हैट उतार देते थे परन्तु भारतीय कभी भी पगड़ी को नहीं उतारते थे। इसलिए अंग्रेजों ने भारतीयों को जब पगड़ी उतारने के लिये विवश किया तो उलझन पैदा हो गई ऐसी गलतफहमी सांस्कृतिक भिन्नता के कारण पैदा हुई।
14 जूतों को लेकर मतभेद क्यों हुआ?
उत्तर-1830 से पहले अंग्रेज यदि किसी भारतीय राजा के दरबार में जाते थे तो वे जूते उत्तार कर जाते थे। परन्तु जब वे स्वयं शासक बन गए तो उन्होंने भारतीयों को भी ऐसा करने को कहा. पर भारतीयों ने ऐसा करने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि जूते उतारने या न उतारने से किसी का सम्मान या अपमान नहीं होता।
पहनावे का सामाजिक इतिहास पाठ 8 NCERT Solution For Class 9th
15 किस भारतीय ने सत्र न्यायाधीश की अदालत में जूते उतारने से इंकार कर दिया?
उत्तर-मनोकजी कोवासजी एंटी ने जो स्वयं सूरत की अदालत में असेसर या लगान आंकने वाले एक अधिकारी थे।
16 स्वदेशी आंदोलन से आपका क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-वह आंदोलन जो भारत में 1905 ई० में बंगाल के विभाजन के विरुद्ध शुरू हुआ स्वदेशी आंदोलन कहलाता है। इस आंदोलन द्वारा भारतीयों ने विदेशी माल का बहिष्कार करना और अपने देश के बने हुए माल, विशेषकर अपने देश में बनी खादी, का प्रयोग करना शुरू कर दिया।
17 किस व्यक्ति ने कपड़े (खादी) का प्रयोग ब्रिटिश राज के खिलाफ प्रतीकात्मक लड़ाई के रूप में किया?
उत्तर-महात्मा गाँधी ने।
18 महात्मा गाँधी ने एक छोटी धोती और एक चादर का प्रयोग करना क्यों शुरू किया?
उत्तर-उनका कहना था कि भारतीय गरीब किसान एक धोती और एक चादर से अधिक नहीं पहन सकता इसलिए ये भी इसी वेशभूषा में रहेंगे।
19 फ्रांस की क्रांति (1789 ई०) से पहले फ्रांस के कुलीन घरानों की औरतें किस प्रकार के वस्त्र पहनती थीं?
उत्तर-वे बड़े भव्य और विस्तृत प्रकार के कपड़े पहनती थीं, सिर पर शानदार फैलट, फीतों और किनारियों से सुसज्जित पोशाक और गाऊन के भीतर कॉर्सेट ताकि उनकी कमर सीमित और पतली नजर आए।
20 फ्रॉस की क्रांति (1789) से पहले फ्रॉस के कुलीन घराने के पुरुषों की कैसी पोशाक हुआ करती थी?
उत्तर-फ्रांस की क्रांति (1789) से पहले फ्रॉस के कुलीन घराने के पुरुष सैनिकों वाला ओवरकोट, घुटन्ना, रेशमी स्टॉकिंग और ऊँची एड़ी वाले जूते पहनते थे।
21 विभिन्न वर्गों और तबकों के लोग अलग-अलग तरह के कपड़े क्यों पहनते है?
उत्तर-विभिन्न वर्गों और तबकों के लोग अलग-अलग तरह के कपड़े पहनते हैं क्योंकि इनसे उनकी पहचान बनती है. इनके द्वारा वे अपने आपको परिभाषित करते हैं और इन्हीं से सुन्दरता, शर्म व मर्यादा की कसौटियों बनती है।
22 किन परिवर्तनों ने यह सम्भव बनाया कि ब्रिटेन वाले अपनी परम्परागत पोशाक में तबदीली कर सके ?
उत्तर-निम्नांकित परिवर्तनों ने यह सम्भव बनाया कि ब्रिटेन वाले अपनी परम्परागत पोशाक में तबदीली कर सके-
(क) नया सामान और नई तकनीक
(ख) दो विश्वयुद्धों का प्रभाव
(ग) महिलाओं के काम करने की नई परिस्थितियाँ
23 विश्व युद्धों ने महिलाओं की पोशाक पर कैसे प्रभाव डाला ?
उत्तर-विश्व युद्धों (1914-1918 और 1939-1945) के समय अनेक महिलाओं को कारखानों में काम करना पड़ा जहाँ दोनों लम्बे, दीले-डाले और तंग कपड़े काम में रुकावट डालते थे ।
इसलिए ऐसे वस्त्रों को त्याग कर महिलाओं ने ऐसे वस्त्र पहनने शुरू कर दिये जो दोनों सादा, आरामदेह होते थे और उन्हें चुस्त रख सकते थे। jac board