Ncert Solution For Class 8th आधुनिक काल में भारत का इतिहास पाठ-1 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर के इस blog post में आप सभी students का स्वागत है इस Lesson में आप सभी को पाठ से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण Questions जो कि पिछले exams में कई बार पूछे जा चुके हैं, उन सभी प्रश्नों के Answer इस post पर का cover किया गया है , जो आप सभी विद्यार्थियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है –
Ncert Solution For Class 8th आधुनिक काल में भारत का इतिहास पाठ-1 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
आधुनिक काल में भारत का इतिहास पाठ-1 अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
आधुनिक काल में भारत का इतिहास पाठ-1 लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
आधुनिक काल में भारत का इतिहास पाठ-1 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1 सर्वेक्षण से हमें क्या जानकारी मिल सकती है?
उत्तर-ब्रिटिश शासन के दौरान सर्वेक्षण को काफी अहम माना गया। अंग्रेजों की सोच थी कि देश पर सही ढंग से शासन चलाने के लिए सर्वेक्षण के माध्यम से हर प्रकार की जानकारी एकत्र
करना आवश्यक है।
19वीं सदी के प्रारंभ में भारत का नक्शा तैयार करने के लिए बड़े स्तर पर सर्वेक्षण कराये गये। ग्रामीण स्तर पर राजस्व सर्वेक्षण किये गये।
इसके माध्यम से धरती की प्रकृति, मिट्टी की गुणवत्ता, वहाँ मिलनेवाले पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं, फसलों और स्थानीय इतिहास की जानकारी हासिल की जाती थी।
अंग्रेजों की धारणा थी कि किसी इलाके पर शासन चलाने के लिए इन बातों की जानकारी जरूर होती है। 19 वीं सदी के अंतिम दशकों से प्रत्येक दस वर्ष में जनगणना की जाने लगी।
इसके तहत देश के सभी प्रांतों में रहनेवाले लोगों की संख्या, उनकी जाति, व्यवसाय आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी।
इसके अतिरिक्त वनस्पतिक सर्वेक्षण, प्राणी-वैज्ञानिक सर्वेक्षण, पुरातात्विक सर्वेक्षण, वन सर्वेक्षण जैसे कई अन्य सर्वेक्षण भी किये गये थे।
2 अगर इतिहास में अवधियाँ तय नहीं होती, तो हमें किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता ?
उत्तर-अगर इतिहास में अवधियाँ तय नहीं होती, तो हमें निम्न परेशानियों का सामना करना पड़ता-
(क) हमें एक अवधि से दूसरी अवधि के बीच आए परिवर्तनों के बारे में जानकारी नहीं मिलती।
(ख) हमें इस बात की जानकारी नहीं मिलती की कब किस राजा की ताजपोशी हुई, कब कौन-सा युद्ध हुआ।
(ग) हमें इस बात की जानकारी नहीं मिलती की अतीत में चीजें किस तरह की थी और अब उनमें क्या बदलाव आए हैं तथा अतीत और वर्तमान की तुलना हम नहीं कर पाते।
(घ) यदि इतिहास में अवधियाँ तय नहीं होती तो आम जन के बारे में सामाजिक परिवर्तन, सांस्कृतिक परिवर्तन की सही जानकारी प्राप्त करना कठिन हो जाता।