नात्सीवाद और हिटलर का उदय पाठ 3 लघु उत्तरीय प्रश्न | Ncert Solution For Class 9th

नात्सीवाद और हिटलर का उदय पाठ 3 लघु उत्तरीय प्रश्न | Ncert Solution For Class 9th के इस ब्लॉग पोस्ट में आप सभी छात्र-छात्राओं का स्वागत है, इस पोस्ट के माध्यम से आप सभी विद्यार्थियों को पाठ से जुड़ी हर महत्वपूर्ण प्रश्न जो परीक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है, उनके बारे में इस पोस्ट पर कवर किया गया है, जो पिछले कई परीक्षा में पूछे जा चुके हैं, और उम्मीद है, आने वाली परीक्षा में भी पूछे जा सकते हैं , इसलिए यदि आप इस पेज को पढ़ रहे हैं, तो कृपया करके पूरा पढ़ें ताकि आपकी परीक्षा की तैयारी और भी अच्छी तरह से हो पाए |

नात्सीवाद और हिटलर का उदय पाठ 3 लघु उत्तरीय प्रश्न के उत्तर क्लास 9th

1 1930 तक आते-आते जर्मनी में नात्सीवाद को लोकप्रियता क्यों मिलने लगी? वर्णन करें।
उत्तर-वाइमर गणराज्य के असफल होने के बाद-जर्मनी में एक राजनीतिक शून्यता की स्थिति थी। 1932 में हुए चुनाव में 32% मत प्राप्त कर नात्सी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई।
इसने लोकतंत्र के बाद की शून्यता को, जनता का समर्थन प्राप्त कर भर दिया। यह नात्सी प्रचार तथा हिटलर के नारे का प्रभाव था।
उसने एक शक्तिशाली, समृद्ध तथा खुशहाल जर्मनी का सपना देखा। उसने सोचा कि इस सपने को जनता की सहभागिता के बिना पूरा करना संभव नहीं है। फलतः, उसने सफलतापूर्वक लोगों की भीड़ इकट्ठी करनी शुरू कर दी।
वह बड़ी चतुराई से अपने राजनीतिक विरोधियों का खात्मा करने लगा। हिटलर यूथ, जर्मन युवाओं को सेना में भर्ती होने का आह्वान तथा प्रजातीय विभेदीकरण जैसी नीतियों को त्वरित जनसमर्थन प्राप्त हुआ।
हिटलर जनता की इच्छा को समझने में माहिर था। यह वही जनता थी जिसके आत्मसम्मान को युद्ध में पराजय तथा वर्साय की अपमानजनक संधि से गहरा धक्का लगा था।
हिटलर ने लोगों को उनका आत्मसम्मान लौटाने का वादा किया। यह राजनीतिक-आर्थिक संकट का दौर था जिसमें हिटलर के छदम नारों ने अपना काम किया तथा जर्मनी में नात्सीवाद लोकप्रिय हो गया।
नात्सीवाद और हिटलर का उदय पाठ के प्रश्न उत्तर
2 नाजी समाज में औरतों की क्या भूमिका थी?
उत्तर-नाजी समाज में औरतों की भूमिका-
(क) जर्मनी में बच्चों को बार-बार बताया जाता था कि पुरुषों एवं महिलाओं में बड़ा भारी अंतर हैं लोकतंत्रीय समाजों में आदमियों तथा औरतों में समानता के लिए जो संघर्ष चल रहे हैं वे पूरी तरह से गलत हैं और अगर उसे मान लिया जाता है या उसे लागू कर दिया जाता है तो इससे समाज (अर्थात् जर्मन समाज) पूरी तरह बर्बाद हो जायेगा।
(ख) नाजी जर्मनी में जहाँ एक ओर लड़कों को कहा जाता था कि वे दिल, दिमाग एवं शरीर से कठोर हृदय, बहुत ही बलवान तथा कठोर बनें।
वहीं लड़कियों को कहा जाता था कि वे उदार हृदय माँ तथा केवल शुद्ध जर्मन आर्यों का ही गर्भ धारण करके केवल शुद्ध जर्मन नस्ल के बच्चों की ही माँ बनें। लड़कियों ही जर्मन जाति की शुद्धता को बनाये रख सकती हैं।
वे स्वयं ही यहूदियों से दूर रहें. घर की देखभाल करें तथा वे घरों पर रह कर हर समय नाजी मूल्यों की ही शिक्षा-दीक्षा अपने बच्चों को देती रहे। उन्हें ही आर्य संस्कृति एवं जाति को आगे लेकर चलने वाली बनना है।
(ग) जो भी महिलाएँ घोषित व्यवहार के नियमों के रास्ते से भटक जाती थीं, उन्हें सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया जाता था तथा उन्हें बड़ी कठोर सजाएँ दी जाती थीं।
जो भी महिलाएँ, यहूदियों, पोलों तथा रूसियों से संबध रखती थी, उनके सिर मुंडवाकर चेहरे पर कालिख पोत कर और गलों में इस तरह की तख्तियों लटकाकर जिन पर लिखा होता था कि “पने देश के सम्मान को समाप्त किया है।
अनेक औरतों को जेल खानों में भेज दिया जाता था जहाँ उन्हें कठोर यातनायें दी जाती थीं। इस फौजदारी गुनाह के लिए अनेक औरतों को अपने परिवारों अपने पतियों तथा सामाजिक सम्मान को खोना पड़ता था।
3 जर्मनी में नाजीवाद की विजय के प्रमुख प्रभाव क्या थे ?
उत्तर-जर्मनी में नाजीवाद की विजय के प्रमुख प्रभाव या परिणाम इस प्रकार थे-
(क) जर्मनी में नाजीवाद की विजय का परिणाम यह हुआ कि वहाँ की सत्ता हिटलर के हाथ में आ गई और उसने सैनिक शक्ति को बहुत तेजी से बढ़ाया दिया।
(ख).जर्मनी के लोग प्रथम विश्व युद्ध हुए अपने अपमान का बदला लेने के लिए युद्ध की तैयारियों करने लगे और विनाशकारी शस्त्र बनाने लगे। परिणामस्वरूप अन्य देशों में भी शस्त्र की होड़ लग गई, अतः दूसरे विश्व युद्ध की भूमिका तैयार हो गई।
4 हिटलर ने औपचारिक तौर पर वर्साय की संधि को तोड़ने की घोषणा कब की थी? इसके लिए उसने क्या कारण दिया था ?
उत्तर-मार्च, 1935 में हिटलर ने औपचारिक रूप से वर्साय संधि को तोड़ने की घोषणा की थी। इसके लिए हिटलर ने निम्न कारण दिए थे-
(क) हिटलर ने घोषित किया कि वर्साय की संधि को जर्मनी पर जबरदस्ती युद्ध का डर दिखाकर थोपा गया था तथा उसे अपमानित करके अन्य यूरोपीय देशों से नीचा दिखाया गया था। इसलिए वह जर्मनी को अन्य सभी यूरोपीय देशों के बराबर लाकर समान राष्ट्र सम्मान दिला रहा है।
( ख) चूंकि अन्य यूरोपीय देशों ने स्वयं तो निशस्त्रीकरण की नीति का अनुसरण नहीं किया इसलिए जर्मनी द्वारा अपने को शस्त्रीकरण (या हथियारबद्ध) करना अनिवार्य ही है।

नात्सीवाद और हिटलर का उदय पाठ 3 Ncert Nots

5 वाइमर गणतंत्र के जन्म पर एक लघु टिप्पणी लिखें।
उत्तर-(क) जर्मनी, केन्द्रीय शक्तियों के साथ प्रथम विश्व युद्ध में नवंबर 1918 में मित्र गुट (अलाइड पावर्स) से पराजित हुआ। शाही जर्मनी की इस पराजय ने संसदीय राजनीतिक दलों को जर्मनी की राजनीति का पुनः रूपान्तरण करने का अवसर प्रदान किया।
(ख) एक राष्ट्रीय सभा वाइमर में मिली तथा संसदीय संविधान की स्थापना की जिसमें संघीय ढाँचा अपनाया गया। रीचस्टाग या जर्मन संसद में उप-प्रधान चुने जाते थे। इसका गठन सर्वव्यापक वयस्क मताधिकार के आधार पर (जिसमें महिलाएँ भी शामिल थीं) किया गया था।
6 द्वितीय विश्व युद्ध छिलने के बाद एक वर्ष के समय में ही जर्मनी विश्व सर्वोच्च शक्ति कैसे बन गया ?
उत्तर-(क) जर्मनी द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ने के बाद 1 सितंबर 1939, तक ही पोलैंड, नायें, डेनमार्क, बेल्जियम, हालैंड आदि पर अधिकार करके एक बड़ी शक्ति बन गया। उसने नीदरलैंड तथा अंततः फॉस पर भी कब्जा कर लिया।
(ख) युद्ध कौशल एवं प्रबल छल-कपट उसकी शक्ति की सर्वोच्च की प्राप्ति और विजय के प्रमुख कारण थे।
7 नाजी आंदोलन की मुख्य विशेषताएँ क्या थी?
उत्तर- नाजीवादी आंदोलन की मुख्य विशेषताएँ निम्नांकित हैं-
(क) नाजीवाद हर तरह की संसदीय एवं लोकतंत्रीय संस्थाओं का विरोधी था। वह एक ही नेता के शासन में विश्वास रखता था।
(ख) नाजी दल शक्ति के प्रयोग में यकीन करता था। इसने जर्मन यहूदियों का विरोध किया जो जर्मनी के लोगों की दयनीय आर्थिक स्थिति के लिए जिम्मेदार थे।
(ग) यह जर्मन की सैन्य शक्ति बढ़ाने का पक्षधर था तथा जर्मनी का वर्चस्व वह पूरे विश्व में फैलाना चाहता था।
(घ) यह शान्ति की बजाये युद्ध में अधिक विश्वास करता था। इसलिए जर्मनी की सेना आठ गुणा बढ़ा दी गई।
8 ब्रिटेन की लड़ाई से आपका क्या तात्पर्य है ? समझाएँ।
उत्तर-फ्रॉस के पतन के बाद यूरोप में ब्रिटेन एकमात्र प्रमुख शक्ति के रूप में बचा रह गया। जर्मनी का सोचना यह था कि चूंकि ब्रिटेन के पास यूरोप में कोई सहयोगी नहीं बचा था, अतः वह शीघ्र ही आत्मसमर्पण कर देगा।
जर्मन वायुसेना ने अगस्त 1940 में ब्रिटेन पर हवाई हमले शुरू कर दिए. ताकि उसे डरा-धमकाकर आत्मसमर्पण कराया जा सके। इस लड़ाई को ब्रिटेन की लड़ाई कहते हैं।
हवाई हमलों से बचाव के लिए ब्रिटेन की रायल एयर फोर्स ने बहादुरी की भूमिका निभाई और बदले में जर्मन क्षेत्रों पर भी हवाई हमले किए। प्रधानमंत्री विस्टन चर्चिल के नेतृत्व में ब्रिटेन की जनता ने साहस और दृढ़ता से जर्मन हमलों का सामना किया।

नात्सीवाद और हिटलर का उदय पाठ 3 Ncert Notes For Class 9th

9 नाजीवाद के प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से थे?
उत्तर-नाजीवाद के प्रमुख सिद्धान्त निम्नांकित थे-
(क) शासन तानाशाही होना चाहिए। इस प्रकार के शासन का विरोध करने वालों के साथ कठोरता का व्यवहार किया जाएगा।
(ख) राष्ट्र की सुरक्षा के लिए युद्धों व उग्र राष्ट्रीयता की नीति का पालन करना आवश्यक है।
(ग) जर्मन जाति विश्व की सर्वोत्तम जाति है अतः पूरे विश्व पर उसी का अधिकार होना चाहिए।
10 जर्मनी की विदेश नीति के लिए जर्मनी में नाजीवाद की जीत के परिणामों को स्पत करें।
उत्तर-(क) जर्मनी की विदेश नीति का उदेश्य विजेता देशों से बदला लेने संबंधी विटकोण बन गया।
( ख) सेन्यवाद, उपनिवेशवाद, विस्तारवाय, सामाज्यवाद अब हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी की विदेश नीति के उद्देश्य बन गए।
( ग)1914-1918 के युग में योगी गई जर्मनी की प्रतिष्ठा को फिर से वापस प्राप्त करना इसका उद्देश्य बना।
( घ) जर्मनीतर्राष्ट्रीयवाद का विरोध किया। विश्व शांति का विरोध करते हुए गुब करते हुए मुख में विश्वास जताया और जर्मन साम्राज्य के विस्तार का प्रयास किया जाने लगा।jac board