Karuna ki Murti Mother Teresa | करुणा की मूर्ति- मदर तेरेसा पाठ 7 के प्रश्नोत्तर lNcert Solution For Class 8th नैतिक शिक्षा

Karuna ki Murti Mother Teresa | करुणा की मूर्ति- मदर तेरेसा पाठ 7 के प्रश्नोत्तर lNcert Solution For
Class 8th नैतिक शिक्षा के इस पोस्ट में आप सभी विद्यार्थियों का स्वागत है,

इस पोस्ट के माध्यम से मदर टेरेसा से संबंधित जितने भी प्रश्न हैं, उन सभी प्रश्नों को इस पोस्ट पर कवर किया गया है,
जो परीक्षा दृस्टि काफी महत्वपूर्ण है, इस लिए पोस्ट को जरूर पूरा अध्ययन करें –

Karuna ki Murti Mother Teresa | करुणा की मूर्ति- मदर तेरेसा पाठ 7 के प्रश्नोत्तर lNcert
Solution For Class 8th नैतिक शिक्षा

सही विकल्प का चयन करें-

1 ‘निर्मल हृदय’ नामक संस्था की स्थापना किसने की?
(a) मदर टेरेसा,
(b) बाबा रामदेव,
(c) निर्मल बाबा.
(d) शंकराचार्य।
उत्तर-(a)

2 मदर टेरेसा का जन्म किस वर्ष में हुआ था ?
(a) 1910 ई०.
(b) 1900 ई०,
(c) 1905 ई०
(d) 1915 ई०।
उत्तर-(a)

3 किस वर्ष मदर टेरेसा को संत की उपाधि मिली ?
(a) 9 सितम्बर, 2010,
(b) 9 सितम्बर, 2016,
(c) 9 सितम्बर, 2005,
(d) 9 सितम्बर, 2012.
उत्तर-(b)

4 मदर टेरेसा ने अनाथ एवं बेसहारा बच्चों के लिए किसकी स्थापना की?
(a) निर्मला भवन,
(b) निर्मला असहाय भवन,
(c) निर्मला शिशु भवन,
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(c)

निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर लिखें-

1 निम्नांकित कथनों से आप सहमत हैं या असहमत तर्क दें-
(क) परोपकार सबसे बड़ा धर्म है।
(ख) छुआ-छूत, समाज के लिए अभिशाप है।
(ग) परोपकार का अर्थ है केवल अपने माता-पिता की सेवा।
(घ) दूसरों के कष्ट का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।
(ङ) यक्ष्मा एवं कुष्ठ रोगियों के नजदीक नहीं जाना चाहिए।

उत्तर-(क) सहमत है, क्योंकि परोपकार ऐसे लोगों की निःस्वार्थ सेवा है जो जरूरतमंद हो।
इसलिए परोपकार को ईश्वर की आराधना के समान मानते हुए सबसे बड़ा धर्म कहा जाता है।

(ख) सहमत हैं, क्योंकि ईश्वर ने सभी मनुष्य को एक समान बनाया है परन्तु छुआ-छूत की प्रथा समाज को ऊँच-नीच के
आधार पर बाँटता है। इस प्रथा के कारण समाज के एक वर्ग विशेष को काफी तिरस्कार एवं अपमान सहना पड़ता है।
अतः छुआ-छूत समाज के लिए अभिशाप है।

(ग) असहमत हैं, क्योंकि परोपकार अपना-पराया देखकर नहीं किया जाता बल्कि यह तो ऐसे लोगों की निःस्वार्थ सेवा है
जो गरीब, कमजोर और जरूरतमंद होते हैं।

(घ) असहमत हैं, क्योंकि जो पहले से ही कष्ट में है उसका मजाक उड़ा कर हम उसे और कष्ट पहुँचाएँगे। समाज ऐसे
लोगों को हृदयहीन और पतित मानकर घृणा करता है, तो ईश्वर भी ऐसे मजाक उड़ाने वाले लोगों को कभी माफ नहीं
करता।

(ङ) असहमत हैं, क्योंकि ऐसे असाध्य रोगों से पीड़ित लोगों को और अधिक सहानुभूति एवं देखरेख की आवश्यकता
होती है। इसलिए पर्याप्त सावधानी बरतते हुए इन लोगों की सेवा करनी चाहिए।

2 मदर तेरेसा ने किस प्रकार विश्व में एक आदर्श स्थापित किया?
उत्तर-मदर तेरेसा ने अपना सारा जीवन बेसहारा लोगों की सहायता करने एवं कुष्ठ एवं तपेदिक
जैसे असाध्य रोगों से पीड़ित व्यक्तियों की निःस्वार्थ सेवा करने में लगाकर विश्व में एक आदर्श स्थापित किया।

3 मदर तेरेसा के चरित्र की कौन-कौन सी विशेषताओं को आप अपने जीवन में अपनाना चाहेंगे और क्यों?

उत्तर-मदर तेरेसा के चरित्र के दया, करुणा, प्रेम, परोपकार एवं निःस्वार्थ भाव से सेवा जैसी
विशेषताओं को अपने जीवन में अपनाना चाहेंगे क्योंकि ऐसे मानवीय गुण प्रत्येक व्यक्ति में होने ही चाहिए।

4 निर्धन, बीमार और असहाय लोगों को देखकर आपके मन में क्या भाव उत्पन्न होता है ?
उत्तर-निर्धन, बीमार और असहाय लोगों को देखकर मन दुखी हो जाता है और उनकी मदद
एवं सेवा करने की इच्छा होती है।

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