अच्छे विद्यार्थी किसे कहते है व उसके गुण | Ideal Student Definition and qualities In Hindi|अच्छे विद्यार्थी के गुण |अच्छे विद्यार्थी किसे कहते है |अच्छे विद्यार्थी के 5 लक्षण | विद्यार्थी किसे कहते हैं?|अच्छे विद्यार्थी|अच्छे विद्यार्थी के पांच लक्षण|बुद्धिमान विद्यार्थी किसे कहते है| विद्यार्थी के कितने लक्षण होते हैं|अच्छे विद्यार्थी का अर्थ
अच्छे विद्यार्थी किसे कहते है व उसके गुण | Ideal Student Definition and qualities In Hindi
हमारे भारत देश का भविष्य उसकी युवा शक्ति पर निर्भर करता है. आने वाले कल की ये युवा शक्ति ही आज के विद्यार्थी हैं, जो कल युवा होकर हमारे देश की बागडोर अपने हाथों में लेंगे और इसे एक नयी ऊँचाइयों तक पहुँचाएंगे.
इसके लिए आवश्यक हैं, कि हमारे विद्यार्थी ऐसे हो, जिनके हाथों में हमारा भविष्य सुरक्षित हो और इसके लिए हमें इन विद्यार्थियों के वर्तमान पर ध्यान देना पड़ेगा अर्थात इन्हें अच्छे विद्यार्थी बनाने के प्रयास करना होंगा , जिसके लिए इस दिशा में कदम उठाना जरुरी हैं.
परन्तु इनके लिए यह आवश्यक हैं, उसके लिए पहले हम उन गुणों को जान ले, जो एक अच्छे विद्यार्थी में होनी चाहिए ताकि हम लोग विकास की ओर हमारा पहला कदम उठा सकें.
अच्छे विद्यार्थी किसे कहते है ? व उसके गुण Ideal Student Definition
अच्छे विद्यार्थी के गुण (Qualities of an Ideal Student)
वैसे तो विद्यार्थी अनेक प्रकार के होते हैं, जैसे – कुछ केवल पास होने के लिए पढ़ा करते हैं, तो कई लोग अपने भविष्य में अच्छी नौकरी पाने के लिए, कोई अपने माता – पिता के सपने पूरे करने के लिए पढाई पूरी करते हैं, और कुछ विद्यार्थी तो विद्यालय को अपने दोस्तों से मिलने और मौज मस्ती करने की जगह मानकर वहाँ टाइम पास करने के लिए जाते हैं .
परन्तु इनमें से अच्छे विद्यार्थी के गुण किसमें हैं, इसका जाँच केवल उनकी अंक सूचि (Marksheet) देखकर नहीं लगाया जा सकता क्योंकि यह जरुरी नहीं है कि जो विद्यार्थी अच्छे नम्बरों से पास होते है , वह अच्छे विद्यार्थी भी हो; औसत अंकों के साथ पास होने वाला विद्यार्थी भी अच्छे विद्यार्थी हो सकते हैं.
अतः अच्छे विद्यार्थी में कुछ गुण होना चाहिए, जिनका विवरण निम्नानुसार हैं :-
अनुशासन (Discipline)
किसी भी अच्छे विद्यार्थी का सबसे पहला और महत्वपूर्ण गुण ये होता हैं – अनुशासन एक अच्छे विद्यार्थी अपने विद्यालय और घर के अनुशासन का पालन करता हैं, और इसे हमेशा बनाये रखता हैं. इसी विद्यार्थी जीवन से तो संपूर्ण जीवन में अनुशासन की नींव तैयार होता हैं.
आज्ञाकारी (Obidient )
एक अच्छे विद्यार्थी वही कहलाता हैं, जो अपने गुरु जनों, माता पिता और बड़ों का आज्ञा का पालन करता है . परन्तु इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं हैं, कि वह आँख बंद करके सभी बातों को मान ले, उसे सही और गलत समझकर फिर उस आज्ञा का पालन करना चाहिए.
सहायता करना (Helpfull Nature)
एक अच्छे विद्यार्थी में सहायता करने का गुण होनी चाहिए. इस गुण को अपनाने के लिए किसी खास मौके या विशेष जगह की जरुरत नहीं हैं. इसके लिए उस विद्यार्थी में केवल सहायता करने की भावना होना चाहिए. वह चाहे तो अपने सहपाठियों की कोई मदद कर सकता हैं ,या अपनी पुरानी किताबें किसी गरीब बच्चे को देकर उसकी पढाई करने में मदद कर सकता हैं.
ज्ञानार्जन को तत्पर (Thirst of Knowledge)
एक अच्छे विद्यार्थी वह होता हैं, जो अपने शिक्षकों द्वारा दिए जाने वाले ज्ञान को ग्रहण करने को हमेशा तैयार रहें. अच्छी किताबें पढ़ना, समाचार पत्र पढ़ना, टेलीविज़न पर प्रसारित होने वाले ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों को देखना, अपने विषयों से सम्बन्धी उसकी जो भी जिज्ञासाएं हो, उन्हें जानने के लिए प्रयास करना, आदि गुण अच्छे विद्यार्थी में होते हैं.
विषय को समझना (Understand the Subject)
अच्छे विद्यार्थी को अपने विषयों को पढ़कर केवल अच्छे नंबरों से पास होने के लिए नहीं पढ़ना चाहिए, बल्कि उस विषय के प्रति अपनी समझ भी विकसित करना चाहिए. अर्थात् उसे केवल किताबी कीड़ा (Book Warm) नहीं बनना चाहिए .
खेलकूद में हिस्सा लेना (Participate in Games)
अच्छे विद्यार्थी होने का मतलब ये नहीं कि बच्चा बस पूरे समय पढ़ता ही रह जाएं , उसे विद्यालय में आयोजित होने वाले खेलकूद प्रतियोगिताओं में भी भाग लेनी चाहिए. विभिन्न खेलों में से जिस भी खेल में रूचि हो, विद्यार्थी को उसमें भाग लेकर अपनी शारीरिक क्षमताओं को भी बढ़ाना देना चाहिए।
परिश्रमी होना (Hard worker)
एक अच्छे विद्यार्थी में परिश्रम करने का गुण होनी चाहिए. अच्छे नंबरों से पास होने के लिए उन्हें पढाई -लिखाई में मेहनत करना चाहिए. अगर अपने विद्यार्थी जीवन में परिश्रम का महत्व जान लिया, तो फिर वे अपने जीवन में कभी भी मेहनत से नहीं कतराएँगे और हमेशा मेहनत के बल पर सफलता प्राप्त करेंगे.
समय का पाबंद (Punctual)
कहते हैं कि समय किसी के लिए नहीं रुकता, अतः अच्छे विद्यार्थी में समय के महत्व और इसकी पाबंदी का ध्यान रखना चाहिए. समय पर विद्यालय पहुँचना, समय पर अपनी पढाई करना, समय पर अपने सभी काम ख़त्म करना , आदि की आदत इसी समय में पड़ती हैं, तो जीवन भर कायम रहती हैं और साथ ही जीवन भर इसके लाभ भी प्राप्त होते रहते हैं.
सादा जीवन उच्च विचार (Simple Living High Thinking)
अच्छे विद्यार्थी के इस गुण से तो हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी भी अपरिचित थे. वाकया कुछ ऐसा हैं कि जब वे अपनी पढाई पूरी करने विदेश गये तो वहाँ के रहन – सहन और तौरतरीका आदि से बहुत प्रभावित हुए और पढाई के बजाय इस वेशभूषा को अपनाने और सीखने में बहुत सा समय व्यतीत करने लगे.
जब इस बात का पता उनके एक ज्ञानी परिचित को लगा, तो उन्होंने हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समझाया कि पहनावा चाहे जैसा हो, लेकिन विचार उच्च वाले होने चाहिए. तब इस बात को समझकर एक अच्छे विद्यार्थी की तरह उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन में ‘‘सादा जीवन और उच्च विचार’’ के सिद्धांत का पालन किया.
धैर्य (Patience)
हमारे जीवन में ऐसी कई परिस्थितियां आती हैं, जब हम अपनी संपूर्ण ताकत लगा देते हैं, परन्तु हमें उसका फल कभी नहीं मिलता और हम निराश हो जाते हैं और दोबारा प्रयास करना ही नहीं चाहते . यदि हमें अपने विद्यार्थी जीवन में ही धैर्य का पाठ पढ़ा दिया जाये और हम इसे अपने जीवन में पूर्णतया धारण कर लें तो आज नहीं तो आने वाला कल हमे सफलता अवश्य मिलेगी.
सामाजिक गतिविधियों में सहभागिता (Participation in Social Activities)
अच्छे विद्यार्थी होने के लिए बालकों में अपने समाज में होने वाली गतिविधियों के प्रति भी जागरूकता होनी चाहिए. समाज में क्या हो रहा हैं, इसका पालन कैसे किया जा सकता हैं और इसमें ये विद्यार्थी अपना योगदान किस प्रकार से दे सकते हैं, इन सब बातों में भी उसे जागरूकता से योगदान करना चाहिए.
देशभक्तिपूर्ण (Patriotic)
इस वर्ष (वर्ष 2016 में) हम स्वतंत्रता के 70वे वर्ष को मना रहे हैं, तो जाहिर सी बात हैं, कि आज के समय के विद्यार्थियों को इस बात का ज्ञान नहीं हैं कि हमारे पूर्वजों ने इस आज़ादी को हासिल करने के लिए क्या- क्या बर्दाश्त किया और कितनी कुर्बानियां दी होगी ,
अतः उन्हें इस बात का एहसास कराने की जिम्मेदारी उनके अभिभावकों (Parents) और गुरुओं की होती हैं, उनमें अपने देश के प्रति प्रेम जगाना और देश के प्रति जिम्मेदारी की समझ उत्पन्न कर सच्चा देशभक्त बनना भी, अच्छे विद्यार्थी का गुण हैं.
इन गुणों के बारे में जानने के बाद हम ये भी जानना चाहेंगे कि ये गुण जिस विद्यार्थी में हैं और जिसमें नहीं हैं, उनके जीवन में क्या फर्क हो सकता हैं ?