जनसंख्या पाठ 6 लघु उत्तरीय प्रश्न Ncert Solution For Class 9th Geography के इस ब्लॉग पोस्ट पर आप सभी विद्यार्थियों का स्वागत है , कक्षा नवीं में पढ़ रहे सभी विद्यार्थियों के लिए इस पोस्ट में इस पाठ के सभी महत्वपूर्ण परीक्षा उपयोगी सवालों को कवर किया गया है , जो की पिछले कई परीक्षाओं में इस तरह के प्रश्न पूछे जा चुके है , इस लिए यदि आप इस ब्लॉग पोस्ट पर है , तो कृपया करके पूरा पढ़े –
जनसंख्या पाठ 6 लघु उत्तरीय प्रश्न के उत्तर |Ncert Solution 9th
1 जनसंख्या वृद्धि के महत्त्वपूर्ण घटकों की व्याख्या करें।
उत्तर-जनसंख्या वृद्धि के महत्त्वपूर्ण घटक तीन हैं-
जन्म दर, मृत्यु दर और जनसंख्या पलायन।
(क) जन्मदर- यदि बच्चों के जन्म की संख्या अधिक होगी तो निःसन्देह इससे जनसंख्या वृद्धि बढ़ेगी। और इसके विपरीत यदि बच्चों की जन्म दर कम हो जायेगी उससे जनसंख्या वृद्धि में कमी आयेगी। बच्चे अधिक होने से वृद्धि दर बढ़ेगी और कम होने से वृद्धि दर कम होगी।
(ख) मृत्यु दर- यदि मृत्यु दर अधिक होगी तो जनसंख्या वृद्धि में कमी आयेगी और यदि मृत्यु दर कम होती जायेगी तो उससे जनसंख्या वृद्धि बढ़ेगी। मृत्यु दर कम होगी तो वृद्धि अधिक होगी और मृत्यु दर बढ़ेगी तो जनसंख्या में लोग कम होते जायेंगे और जनसंख्या वृद्धि में कमी देखने को मिलेगी।
(ग) प्रवास या जनसंख्या पलायन- एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर बसने की प्रक्रिया को जनसंख्या पलायन कहते हैं। यदि जनसंख्या की यह अदला-बदली एक देश में ही हो तो इससे जनसंख्या वृद्धि में कोई अंतर नहीं आता। परन्तु यदि जनसंख्या पलायन एक देश से दूसरे देश में हो तो इसमें जनसंख्या वृद्धि में अवश्य फर्क पड़ेगा।
2 1981 से भारत में जनसंख्या की वृद्धि दर क्यों घट रही है ?
उत्तर-1881 में भारत की जनसंख्या वृद्धि की वार्षिक प्रतिशत दर 2.22 थी जो 1991 में घटकर 2.14% पर आई और पुनः घटती हुई, 2001 में 1.93% वार्षिक रही है। वस्तुतः 1981 में चरम वृद्धि 68.33 करोड़ थी जो 16.30 करोड़ की बढ़ोत्तरी ।
प्राप्त कर 1991 में 84.64 करोड़ पर पहुँची और पुनः 18.23 करोड़ बढ़कर 2001 में एक अरब को छूने लगी।
जब जनसंख्या वृद्धि की वास्तविक दशा यह है तो यह प्रश्न उठता है कि जनसंख्या का वेग या वार्षिक प्रतिशत वृद्धि दर इसका विपर्यय चित्र क्यों दिखा रही है अर्थात् घटती हुई दर क्यों दिखाई पड़ रही है ?
इस प्रश्न के उत्तर में यह कहा जा सकता है कि एक विशाल जनसंख्या में जब निम्न वार्षिक दर रहती है तो उस समय उसमें चरम वृद्धि सदा अधिक रहती है।
जैसे- जब हम एक स्कूल-सत्र से दूसरे सत्र में छात्रों की 98 से बढ़कर 200 संख्या होने की स्थिति को लें तो प्रतिशत में यह 95% आती है जबकि संख्या में चरम/निरपेक्ष वृद्धि (200-98) = 102 छात्रों की हुई है।
ठीक ऐसा ही अंतर जनसंख्या की निरपेक्ष वृद्धि और प्रतिशत वार्षिक वृद्धि में रहता है। इस प्रसंग में हम यह कहना चाहेंगे कि निरपेक्ष जनसंख्या प्रतिशत में हम जो गिरावट देखते हैं वह जन्म दर पर लगाए गए सार्थक नियंत्रण के कारण ही दिखाई पड़ती है।
जनसंख्या पाठ 6 NCERT Solutions for Class 9th भूगोल
3 आयु संरचना, जन्म दर एवं मृत्यु दर को परिभाषित करें।
उत्तर-आयु संरचना- किसी विशेष देश की जनसंख्या की आयु संरचना वहाँ के विभिन्न आयु समूहों की संख्या को बताता है।
ये विभिन्न आयु समूह हैं- बच्चे (0-14 वर्ष), वयस्क (15-59 वर्ष) और वृद्ध (60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग) साधारणतः बच्चे और वृद्ध आर्थिक दृष्टि से उत्पादनशील नहीं होते और अपनी सभी आवश्यकताओं (जैसे- भोजन, वस्त्र, इलाज आदि) के लिये वयस्कों पर निर्भर करते है।
जन्म दर- जन्म दर से हमारा अभिप्राय किसी क्षेत्र या देश में एक विशेष अवधि में जन्म लेने वालों की संख्या से होता है। इसको प्रति हजार व्यक्तियों में गिना जाता है।
मृत्यु-दर- मृत्यु-दर से हमारा अभिप्राय किसी क्षेत्र या देश में एक विशेष अवधि में मरने वालों की संख्या से होता है। इसको भी प्रति हजार व्यक्तियों में गिना जाता है।
4 प्रवास (जनसंख्या पलायन), जनसंख्या परिवर्तन का एक कारक है। कैसे ?
उत्तर-जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान को पलायन की प्रक्रिया को जनसंख्या पलायन की संज्ञा दी जाती है। जनसंख्या पलायन जनसंख्या में परिवर्तन लाने का एक मुख्य कारक सिद्ध होता है।
इससे जनसंख्या के घनत्व और वितरण में काफी अंतर पड़ जाता है। जनसंख्या पलायन दो प्रकार का होता है- आंतरिक पलायन और बाह्य पलायन। आंतरिक पलायन का जनसंख्या के वितरण में तो अवश्य अंतर पड़ता परन्तु उसका जनसंख्या वृद्धि में कोई अंतर नहीं पड़ता।
इसके विपरीत बाह्य पलायन का जनसंख्या वृद्धि में काफी अंतर पड़ता है जिस देश को छोड़कर लोग दूसरे देश में चले जाते हैं उसकी जनसंख्या अवश्य कम हो जाती है और जिसमें लोग चले जाते है उसकी जनसंख्या अवश्यक बढ़ जाती है।
यदि बंगला देश से बहुत से लोग भारत में पलायन कर जायें तो भारत की जनसंख्या में आवश्यक वृद्धि आयेगी परन्तु बंगलादेश में कमी आयेगी।
5 जनसंख्या वृद्धि एवं जनसंख्या परिवर्तन के बीच अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर-जनसंख्या वृद्धि-
(क) इसका निर्धारण जनसंख्या में जुड़ने वाले तथा जनसंख्या से विलग होने वाले व्यक्तियों की संख्या से होता है।
(ख) जनसंख्या वृद्धि के दो मानदंड विस्तार और वेग हैं।
(ग) जनसंख्या वृद्धि को आरंभिक जनसंख्या आकार, जन्म-दर एवं आप्रवासन को जोड़कर तथा इस योग को मृत्यु दर एवं उत्प्रवासन की दरों के योग से घटाकर ज्ञात करते हैं।
(घ) बड़ी जनसंख्या में वार्षिक दर न्यून रहने पर भी यह चरम / निरपेक्ष वृद्धि को बढ़ाती है। जैसे- 1991 के 2.22% से वार्षिक दर 2001 में घटकर केवल 1.93% रही लेकिन 1991 की 16.30 करोड़ चरम/निरपेक्ष वृद्धि 2001 में बढ़कर 18.23 हो गई। जनसंख्या परिवर्तन
(क) इसका निर्धारण जन्म दर, मृत्यु दर और प्रवास से होता है।
(ख) उच्च जन्म दर और घटती हुई मृत्यु दर के कारण जनसंख्या में परिवर्तन होता है।
(ग) जनसंख्या परिवर्तन, धनात्मक या ऋणात्मक में कोई भी हो सकता है। जैसे- जन्म दर और आप्रवासन की दर से उत्प्रवासन दर अधिक रहने पर ऋणात्मक होता है और इसके विपरीत स्थिति में धनात्मक होता है।
(घ) यह बहुत से घटकों पर निर्भर करता है अर्थात् परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरूकता, आप्रवासन पर प्रतिबंध लगाने वाले कानूनों का पारित किया जाना इत्यादि।
जनसंख्या पाठ 6 कक्षा 9 भूगोल Ncert Solutions
6 व्यावसायिक संरचना एवं विकास के बीच क्या संबंध है?
उत्तर-व्यावसायिक संरचना और विकास में आपसी संबंध- व्यावसायिक संरचना का विकास पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। व्यवसाय प्रायः चार प्रकार के गिने जाते हैं- प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक और चतुर्थीक में बाँटा जाता है।
प्राथमिक व्यवसायों कृषि, पशुपालन, खनन, लकड़ी काटना, मत्स्य ग्रहण आदि आ जाते हैं, द्वितीयक व्यवसायों में सभी प्रकार के निर्माण संबंधी व्यवसाय जैसे- चीनी बनाना, कागज बनाना, कपड़ा बनाना आदि व्यवसाय आ जाते हैं, तृतीयक व्यवसायों में यातायात, संचार, बैंक और व्यवसाय आ जाते हैं जबकि चतुर्थ श्रेणी के व्यवसायों में कुछ विशेष ज्ञान संबंधी व्यवसाय आ जाते हैं।
जो देश प्रायः प्राथमिक या द्वितीयक व्यवसायों में लगे होते हैं, जैसे- भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका आदि उन्हें विकासशील देश कहा जाता है। जबकि यू० एस० ए०, इंग्लैंड, फ्राँस आदि देश जो तृतीयक या चतुर्थीक व्यवसायों में लगे होते हैं उन्हें विकसित देश कहा जाता है।
इस प्रकार, व्यवसायिक संरचना और विकास का चोली-दामन का साथ है। इन्हीं व्यवसायों के आधार पर ही किसी देश के विकास को आँका जाता है।
7 राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 की मुख्य विशेषताओं का वर्णन करें।
उत्तर- राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 की मुख्य विशेषताएँ निम्नांकित हैं-
(क) शिशु मृत्युदर को घटाकर 30 प्रति 1000 जीवित जन्मे शिशुओं से नीचे लाना।
(ख) माताओं में मृत्युदर को घटाकर 100 प्रति 1,00,000 जीवित जन्मे शिशुओं से नीचे लाना।
(ग) रोगों से बचाव के लिए सभी को प्रतिरोधक टीके लगाना ।
(घ) 80% प्रसव नियमित डिस्पेंसरियों, अस्पतालों और प्रशिक्षित दाइयों की देखरेख में कराना।
8 भारत में किशोर जनसंख्या का वर्णन करें।
उत्तर-(क) 10-19 आयुवर्ग के नवयुवकों को किशोर कहा जाता है। ये हमारी भविष्य की महत्त्वपूर्ण मानव सम्पदा होते हैं।
(ख) उनके लिए अच्छी और अधिक अच्छी खुराक चाहिए।
(ग) माता-पिता की आय कम होने के कारण उनको पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाता, अतः उनमें कुपोषण पाया जाता है।
(घ) अधिकतर लड़कियों में खून की कमी पाई जाती है।
(ङ) शिक्षा तथा साक्षरता की कमी के कारण लड़कियों में अपने स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता नहीं पाई जाती। कुपोषण की समस्या का समाधान करने के लिए शिक्षा तथा साक्षरता का प्रचार-प्रसार आवश्यक है।
जनसंख्या पाठ 6 के नोट्स Class 9th Ncert Solution
9 उन तीन आयु वर्गों का उल्लेख करें जिनमें भारत की जनसंख्या विभाजित की गई है।
उत्तर-जनसंख्या विभिन्न आयु वर्गों के अनुसार भी बाँटी जाती है। जनसंख्या की आयु-संरचना मोटे तौर पर प्रायः तीन आयु वर्गों में बाँटी जाती है- काम करने की आयु से कम आयु वाले बच्चे
(15 वर्ष से कम), काम करने वाली के लोग (15 से 59 वर्ष तक) तथा काम करने की आयु से अधिक आयु वाले वृद्ध लोग (59 वर्ष से अधिक)। जो कोई व्यक्ति किसी उत्पादक कार्य में लगा है और उत्पादन की क्षमता रखता है वह अर्जक जनसंख्या का भाग है।
यद्यपि इसके कुछ अपवाद भी हैं। गृहिणियाँ, पूर्णकालिक विद्यार्थी तथा जो 60 वर्ष की आयु के बाद भी कार्य करते रहते हैं वे अर्जक जनसंख्या में सम्मिलित हैं। 15 वर्ष से आयु कम आयु और 59 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग आश्रित जनसंख्या के अन्तर्गत आते हैं।
10 भारत में जनसंख्या के असमान वितरण का क्या कारण है ?
उत्तर-भारत में जनसंख्या के असमान वितरण के कई कारण हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
(क) भारत की भौगोलिक भिन्नताएँ- भारत में ऊँचे-ऊँचे पर्वत हैं तथा वहाँ की जलवायु भी विषम है। पश्चिम की ओर थार मरुस्थल है जो रहने के अनुकूल नहीं है।
प्रायद्वीपीय भाग पठार है। पठारों में सामान्यतः असमतल और चट्टानी धरातल होता है। पहाड़ी पर रेगिस्तानी इलाकों में खेती के पर्याप्त भूमि नहीं होती, यातायात के पर्याप्त साधन सुलभ नहीं होते इसीलिए यहाँ जनसंख्या विरल पाई जाती है।
दूसरी ओर उपजाऊ मृदा वाले मैदानी क्षेत्र कृषि के लिए व परिवहन व्यवस्था फैलाने के लिए अत्यधिक उपयुक्त होती है। यही कारण है कि भारत के उत्तरी मैदानों में सघन जनसंख्या पाई जाती है। डेल्टा क्षेत्रों में भी मिट्टी उपजाऊ होती है जो जनसंख्या को अपनी ओर आकर्षित करती है।
(ख) जनसंख्या उन स्थानों पर रहना पसंद करती है जहाँ रोजगार के अवसर प्राप्त हों। इसीलिए लोग तेजी से गाँवों से महानगरों की ओर पलायन कर जाते हैं। यह जनसंख्या के असमान वितरण को बढ़ावा देता है।
जनसंख्या पाठ 6 NCERT Solutions for Class 9 Social Science Geography
11 भारत में लिंग-अनुपात महिलाओं के प्रतिकूल क्यों है ?
उत्तर-इसका निम्नांकित कारण है-
(क) भारत के लोग पुत्र को कन्या की तुलना में अधिक महत्त्व देते हैं। वे कन्या को अपने पर भारस्वरूप मानते हैं।
(ख) निरक्षरता के कारण कन्या/महिलाएँ चिकित्सा सुविधाएँ नहीं ले पाती हैं।
(ग) दहेज का दानव और माता-पिता का अज्ञान भ्रूण-हत्या जैसा घृणित कार्य करा देता है।
12 भारत में जनसंख्या वितरण का अवधारण करने वाले घटक कौन-कौन से हैं?
उत्तर भारत में जनसंख्या वितरण का अवधारण करने वाले घटक –
(क) भू-आकृतियाँ,
(ख) जलवायु,
(ग) प्राकृतिक संसाधन,
(घ) परिवहन और संचार के साधन,
(ङ) उपजाऊ भूमि,
(च) औद्योगीकरण,
(छ) खनिज संपदा,
(ज) जल की उपलब्धता।ncert solution